दिल
मेरे दिल की जगह कोई खिलौना रख दिया जाए ,
वो दिल से खेलते रहते हैं , दर्द होता है "
सोमवार, 26 मई 2014
The Desire
तम्मना हद से गुज़र गई हैं अब
चाँद पर बस गई हैं जाकर
रात सितारों से
आवाज़े दी मुझको मेरे सपनो ने ,
कुछ सपने मेरी दहलीज़ पर गिरे आकर
टूट कर सितारों से ,
आज सुबह चुभ गए
मेरे पेरों में कुछ टूटे सपने
घाव पेरों में लेकर निकला हूँ घर से
इन नमक के रास्तों पर !
2 टिप्पणियां:
दिगम्बर नासवा
ने कहा…
टूटे हुए सपनों की चुभन ही बहुत है ...
बहुत उम्दा ....
1 जून 2014 को 5:55 pm बजे
Unknown
ने कहा…
नमक के रास्ते बेहतरिन
29 अप्रैल 2015 को 6:25 pm बजे
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टूटे हुए सपनों की चुभन ही बहुत है ...
बहुत उम्दा ....
नमक के रास्ते बेहतरिन
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